आरक्षण बचाओ समिति ने किया आंदोलन का ऐलान

लखनऊ| उत्तर प्रदेश की राजधानी में रविवार को आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने प्रांतीय कार्यसमिति की आवश्यक बैठक बुलाई, जिसमें सिलसिलेवार आंदोलन की घोषणा की गई।

बैठक में बताया गया कि पदोन्नतियों में आरक्षण संवैधानिक संशोधन विधेयक को लोकसभा से पास कराने व आरक्षण बचाओ महाअभियान के तहत मिशन-2017 को सफल बनाने के लिए संघर्ष समिति द्वारा मई से मार्च, 2017 तक श्रंखलाबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा।

आंदोलन की रूपरेखा पेश की गई, जिसके मुताबिक इन 11 महीनों में 6 महारैली, 5 मोटरसाइकिल रैली, 12 महासम्मेलन व 7 धरना-प्रदर्शन पूरे प्रदेश में आयोजित किए जायेंगे। उसी क्रम में 14 मई को इसकी शुरुआत राजधानी लखनऊ के ऐतिहासिक काकोरी ब्लॉक से की जाएगी। यहां मोटरसाइकिल रैली के साथ महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा।

संघर्ष समिति ने ऐलान किया है कि प्रत्येक माह कम से कम 3 कार्यक्रम प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आयोजित होंगे, जिसमें अनिवार्य रूप से एक कार्यक्रम शहर में व एक कार्यक्रम गांव में आयोजित किया जाएगा।

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भास्कर. कॉम से साभार

आरक्षण बचाओ समिति ने दिया नारा

बताया गया कि अब आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति का नारा होगा- ‘आरक्षण समर्थक सरकार बनाने के लिए चलो गांव की ओर’।

संघर्ष समिति ने ऐलान किया है कि जिस तरह सपा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ में लाखों दलित कार्मिकों का अपमान किया है, अब उसका हिसाब बराबर करने का समय नजदीक है। सभी को जागरूक होकर संघर्ष के लिए हर पल ‘करो या मरो’ नीति के तहत तैयार रहना है।

आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि समिति आरक्षण बचाओ महाअभियान के तहत आरक्षण विरोधी सरकारों को सत्ता से रिवर्ट कराकर आरक्षण समर्थक सरकार बनाने के बाद ही दम लेगी।

उन्होंने कहा कि सपा और भाजपा में गुपचुप गठजोड़ है। दोनों पार्टियों की तरफ से आरक्षण पर कुठाराघात किया जा रहा है। अब समय आ गया है कि दलित समाज अपने इस अपमान का बदला आरक्षण विरोधी सरकारों को रिवर्ट कराकर लेगी।

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