चुनाव आयोग ने कहा- ‘तू डाल-डाल मैं पात-पात’, सोशल मिडिया पर भी नहीं छोड़ेंगे

आदर्श आचार संहितालखनऊ: चुनाव की घोषणा होने के साथ कड़ाई से आदर्श आचार संहिता का पालन कराया जा रहा है। ऐसे में राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता प्रचार के लिए व्हाट्सऐप, ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंच पर जमीन तलाश रहे हैं। आयोग ने भी ‘तू डाल-डाल मैं पात-पात’ सिद्धांत को अपनाते हुए सोशल मीडिया पर नजर रखनी शुरू कर दी है।

आदर्श आचार संहिता के पालन के लिए आयोग रखेगा सोशल साइट्स पर नज़र…

फेसबुक, ट्विटर व अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट और व्हाट्सऐप, हाईक, गूगल एलो समेत अन्य ऐप पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग ने अलग से इकाई का गठन कर दिया है।

यह इकाई विशेष रूप से सोशल मीडिया पर नजर रख रही है।

यानी व्हाट्सऐप पर या ट्विटर पर किसी खास राजनीतिक दल, प्रत्याशी का झंडा बुलंद करने की कोशिश की तो आयोग की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में मुकदमा भी दर्ज हो सकता है।

लोकसभा चुनाव से पहले जारी हुए थे दिशा-निर्देश : चुनाव आयोग ने वर्ष 2013 में सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे।

25 अक्तूबर 2013 में जारी निर्देशों में यह भी कहा गया कि प्रत्याशी फार्म 26 के साथ अपने हलफनामे में ई-मेल आईडी, सोशल मीडिया खातों की भी पूरी जानकारी देंगे।

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