इस देश ने दुनिया की आँखों में झोंकी धूल, पीठ पीछे कर रहा था भारत पर परमाणु हमले की साजिश

आतंकी सांठ-गांठ बेनकाबनई दिल्ली। अमेरिका ने हाल में एक ऐसे राज से पर्दा उठाया है जिसे उसनें 34 सालों से अपने सीने में दबाए रखा था। यह खुलासा पाकिस्तान और चीन के बीच आतंकी सांठ-गांठ बेनकाब करता है। बता दें अमेरिका की ख़ुफ़िया एजेंसी CIA ने कई दस्तावेज़ सार्वजनिक कर दी हैं। अमेरिका ने इनके माध्यम से यह बात साफ़ कई है कि चीन ने पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अमेरिका के साथ परमाणु सहयोग को दांव पर लगा दिया था।

आतंकी सांठ-गांठ बेनकाब

खबर के मुताबिक सार्वजनिक किए गए दस्तावेजों से पता चलता है कि चीन ने पाकिस्तान के साथ एक न्यूक्लियर अग्रीमेंट साइन करने के बाद अन्तर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की निगरानी के लिए पाक से उसके परमाणु प्रतिष्ठानों की जानकारी साझा करने की मांग नहीं की थी।

ख़बरों के मुताबिक अमेरिका का कहना है कि चीन इस अग्रीमेंट के जरिए पाकिस्तान के ‘असंवेदनशील’ इलाकों में एक न्यूक्लियर एक्सपोर्ट मार्केट डेवलप करना चाहता था।

खबर के मुताबिक 1983-84 तक अमेरिका को इस बात का पता चल चुका था कि चीन-पाकिस्तान परमाणु सहयोग काफी गहरा चुका है।

इसी साल फरवरी 1983 में अमेरिकी खूफिया एजेंसी CIA ने अमेरिकी कांग्रेस की एक समिति को जानकारी दी थी कि अमेरिका के पास चीन और पाकिस्तान के बीच परमाणु हथियारों के निर्माण को लेकर चल रही बातचीत के सबूत हैं।

CIA ने अमेरिकी कांग्रेस समिति को यह भी बताया कि लोप नॉर में टेस्ट किए गए परमाणु बम की डिजाइन चीन ने ही पाकिस्तान को मुहैया कराई थी। आपको बता दें कि यह चीन का चौथा परमाणु परीक्षण था।

अमेरिका का मानना है कि चीन के लोप नॉर परमाणु परीक्षण के समय पाकिस्तान का एक वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद था। इतना ही नहीं अमेरिका को इस बात का भी संदेह था कि चीन ने पाकिस्तान को न केवल बम बनाने की डिजाइन बल्कि जरूरी सामान भी उपलब्ध कराया है।

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