गृहमंत्री की बेटी को अगवा करने वाले इस आतंकी ने 15 दिन में किए छह हमले, घूम रहा खुलेआम

आतंकी मुश्ताक जरगरकश्मीर। पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही पाकिस्तान, भारत से बदला लेने के लिए छटपटा रहा है। इसका बदला लेने के लिए वह भारत की सीमा में आतंकी भेज रहा है। ये आतंकी लगातार हमले भी कर रहे हैं।

भारतीय सेना के 28-29 सितंबर की रात सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से अब तक कश्मीर में छह आतंकी हमले हो चुके हैं। इस हमले की जिम्मेदारी उमर मुजाहिदीन नाम के आतंकी संगठन ने ली है, जिसका मुखिया आतंकी मुश्ताक जरगर है। खबरें हैं कि मुश्‍ताक एक बार फिर भारत में घुसने की फिराक में है।

श्रीनगर के जामा मस्जिद इलाके के जरगर पर हत्या के 40 से ज्यादा आरोप हैं। मुश्ताक अहमद जरगर का जन्म 1967 में हुआ था। 17 साल की उम्र में वह साल 1984 में आतंक की राह पर चल निकला। इसी साल उसे पहली बार गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था।

आतंकी मुश्ताक जरगर को पाक में मिली पनाह

उसने जेल से रिहा होने के बाद 1988 में पाकिस्तान में आतंक की ट्रेनिंग ली। लेकिन अब पीओके और घाटी में खुद आतंक की ट्रेनिंग देने लगा।

आतंकी मुश्ताक जरगर ने ही केंद्र सरकार में तत्कालीन गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबैया का अपहरण करवाया था। उसे रिहा करने के बदले इस आतंकी ने पांच आतंकवादियों को रिहा करने की मांग की थी, जिसे सरकार ने मान लिया था। जरगर ने कई आतंकियों को उसकी रिहाई के बदले जेल से छुड़वाया था।

साल 1999 में हुए एयर इंडिया के विमान हाईजैक के बाद यात्रियों की रिहाई के बदले उसे कंधार में छोड़ दिया गया। दो और खूंखार आतंकियों मसूद अजहर और उमर सईद शेख को भी उसके साथ रिहा किया गया था।

1989 से 1993 तक जरगर आतंकी घटनाओं से सुर्खियों में रहा। मगर, साल 1993 में उसे श्रीनगर में बीएसएफ ने गिरफ्तार कर जम्मू के कोट बलवाल जेल में बंद कर दिया।

कंधार में रिहा होने के बाद से वह अंडरग्राउंड हो गया था। इस दौरान उसे लेकर कोई खबर नहीं आई। उसकी आखिरी तस्वीर कंधार रिहाई के दौरान यानी करीब 16 साल पहले ली गई थी। ऐसे में उसे अब पहचानना मुश्किल है।

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