आज से किन-किन चीजों के लिए आपको अपनी जेब करनी पड़ेगी ढीली

money-in-purse_landscape_1459478448एजेन्सी/आज से नए वित्तीय वर्ष 2016-17 की शुरुआत हो रही है। इस नए वित्त वर्ष की शुरुआत से जनता पर कई तरह के आर्थिक बोझ बढ़ेंगे जिसकी वजह से उन्हें अपनी जेबें और ढीली करनी पड़ेगी। इसके अलावा कुछ ऐसे भी बदलाव किए गए हैं जिसका जनता को लाभ में मिलेगा। पिछले वित्त वर्ष में हुए बदलाव शुक्रवार से लागू हो रहे हैं। तो आइए जानते हैं आखिर जनता को अपनी जेब किन-किन चीजों के लिए ढीली करनी पड़ेगी और किसका उन्हें फायदा मिलेगा।

1- एनएचएआई पर सफर महंगा:  एनएचएआई के हाईवे पर आज से सफर करना महंगा हो जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी आफ  इंडिया ने देशभर में अपने हाईवे पर लगे टोल पर 1 अप्रैल से नई रेट लिस्ट जारी कर दी है। इससे न केवल कॉमर्शियल वाहन, बल्कि साधारण वाहनों पर भी प्रभाव पड़ेगा। देशभर में एनएचएआई के 386 हाईवे हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी हाईवे अथॉरिटी ने 1 अप्रैल से अपने सभी हाईवे पर लगे टोल की रेट लिस्ट में संशोधन किया है। एनएचएआई ने रूटीन में लिए जाने वाले टोल पर 5 से 20 रुपये तक की बढ़ोतरी की है तो वहीं हल्के और बड़े वाहनों के मासिक पास में 90 से 425 रुपये तक बढ़ा दिए गए हैं। हालांकि स्थानीय लोगों के लिए मासिक पास को सामान्य रखा गया है। एनएचएआई की तरफ से सभी टोल को नई रेट लिस्ट जारी कर दी गई है। निर्देश दिए गए हैं कि 31 मार्च की रात 12 बजे के बाद वाहनों से नई लिस्ट के मुताबिक टोल लिया जाएं। 

2- नए वित्त वर्ष से मोटर वाहनों का बीमा महंगा:  कराना महंगा पड़ेगा क्योंकि बीमा नियामक बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) ने बीमा कंपनियों को थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम में 20 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी की मंजूरी दे दी है। इसे 1 अप्रैल से लागू किया जा रहा है। सबसे ज्यादा बढ़ोतरी 6 पहियों से अधिक के ट्रकों के प्रीमियम में की गई है। वहीं पावर बाइक्स के प्रीमियम में कुछ कमी की गई है। इस वजह से एसयूवी, बाइक, कॉमर्शियल व्हीकल से लेकर सभी प्रकार के वाहनों के थर्ड पार्टी प्रीमियम में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी होगी। उल्लेखनीय है कि मोटर वाहन अधिनियम के तहत सभी प्रकार के वाहनों में थर्ड पार्टी बीमा कराना जरूरी होता है। इसमें गाड़ी के चालक या वाहन का बीमा नहीं होता बल्कि वाहन से हादसे के वक्त पीड़ित शख्स को बीमा कवर मिलता है।3- सेवा कर में बढ़ोतरी: फरवरी माह में पेश हुए नए वित्तीय बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सेवा कर में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था। उनके इस फैसले के बाद सेवा कर को 14.5 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया गया है जो 1 अप्रैल से लागू हो रहा है। इस बढ़ोतरी की वजह से इसका सीधा असर जनता की जेब पड़ेगा। होटल, रेस्टोरेंट और कई जगहों पर उन्हें अपने कुल खर्च पर 15 फीसदी की दर से सेवा कर का भुगतान करना पड़ेगा। इसका मतलब यह हुआ कि अगर आप अपने परिवार के लिए किसी रेस्टोरेंट में खाने के लिए 1000 रुपए खर्च करते हैं तो सेवा कर के रूप में आपको 150 रुपए का अतिरिक्त भुगतान करना होगा।

4- बचत योजानाओं में कटौती: नए वित्त वर्ष में आम निवेशकों का रिटर्न घट जाएगा सरकार ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए छोटी बचत के साधनों -डाकघर की बचत योजनाएं- और अति लोकप्रिय योजना पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज दर में कटौती कर दी है। इससे न सिर्फ कर बचाने के उद्देश्य से निवेश करने वाले बल्कि गांव-कस्बे के बचत के लिए निवेश करने वाले लोगों का प्रतिफल -रिटर्न- घट जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें आम लोगों का आकर्षण बरकरार रहेगा क्योंकि निवेश अन्य सुरक्षित साधन, जैसे बैंक जमा और सरकारी प्रतिभूति में पहले से ही रिटर्न कम मिल रहा है। इसलिए मजबूरी में भी लोगों को निवेश के लिए इन्हीं साधनों पर आश्रित रहना पड़ेगा।

5- ऐतिहासिक स्मारकों का दीदार हुआ महंगा- शुक्रवार से  ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी जैसे वर्ल्ड हेरिटेज मान्यूमेंट भारतीय पर्यटकों के लिए तीन गुना और विदेशी सैलानियों के लिए दो गुना महंगे किए गए हैं। एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) ने गुरुवार को स्मारकों के प्रवेश टिकट दर में बढ़ोतरी किए जाने का गजट जारी कर दिया। इनमें शूटिंग करने की फीस में भी भारी भरकम इजाफा किया है। आज से एक लाख रुपये प्रतिदिन की शूटिंग फीस स्मारकों पर वसूली जाएगी। साथ ही एएसआई ने टिकट की नई दरें घोषित कर दीं। अभी तक दो श्रेणियों में ही टिकट दरें थीं, लेकिन पहली बार तीन श्रेणियां बनाईं हैं। वर्ल्ड हेरिटेज मान्यूमेंट पर भारतीय पर्यटकों को 10 रुपये की जगह 30 रुपये और विदेशी पर्यटकों से 250 की जगह 500 रुपये देने होंगे। बी श्रेणी के स्मारकों पर भारतीयों को पांच रुपये की जगह 15 रुपये और विदेशियों को 100 रुपये की जगह 200 रुपये में टिकट खरीदना होगा। विदेशियों के लिए एक और नई श्रेणी बनाई गई है। उन्हें 750 रुपये का टिकट वर्ल्ड हेरिटेज मान्यूमेंट पर और 300 रुपये का टिकट बी श्रेणी के स्मारकों पर खरीदने की सहूलियत होगी। 

6- बच्चों के लिए लेना होगा फुल टिकट- रेलवे ने अप्रैल से बच्चों के हाफ टिकट की व्यवस्था खत्म कर दी है। इसके तहत पूर्वोत्तर व उत्तर रेलवे के स्टेशनों से गुजरने वाली ट्रेनों में 5 से 12 साल तकके बच्चों का रिजर्वेशन कराने पर उनके लिए फुल टिकट लेना होगा। अगर, उन्हें बर्थ नहीं मिलती है तो टिकट हाफ ही रहेगा।

7- बुजुर्गों का कोटा 50 फीसदी तक बढ़ा- वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं व 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाएं के लिए रेलवे ने सीटों के कोटे में 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है।  वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं व 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाएं के लिए रेलवे ने नई सुविधा शुरू की है, जिसके तहत उनके लिए ट्रेनों में 80 से 90 सीटें आरक्षित रहेंगी।

पहले शयनयान, एस टू टियर व थ्री टियर में बुजुर्गों के लिए दो सीटें रिजर्व रहती थीं, जिसे 2015 में बढ़ाकर 4 कर दिया गया और अब इसकी संख्या छह कर दी गई है, जबकि एसी टू व थ्री टियर में तीन सीटें रिजर्व रहेंगी। ऐसे ही राजधानी, दूरंतो व एसी गाड़ियों में कोटे की संख्या तीन से बढ़ाकर चार की गई है तथा मेल, एक्सप्रेस में लोअर बर्थ कोटे की संख्या तीन है।

8- इस माह से 139 पर कॉल से कैंसिल होगा टिकट- कन्फर्म रेल टिकटों को कैंसिल कराना अब और भी आसान कर दिया गया है। रेलवे मंत्रालय की नई सुविधा के तहत 139 पर कॉल कर अपना टिकट कैंसिल कराया जा सकेगा। इसके अलावा रिफंड के नियम भी सुधारे जाएंगे।

139 पर कॉल करने पर उन्हें वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) मिलेगा, जिसे लेकर उसी दिन काउंटर पर पहुंचने के बाद रेलवे अधिकारी को दिखाना होगा। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इसकेलिए सॉफ्टवेयर तैयार हो चुका है और उम्मीद है कि अप्रैल केदूसरे सप्ताह में आधिकारिक रूप से इसे लांच कर दिया जाएगा।

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