आज का सुविचार
हमें किसी से भी उतनी हीं नजदीकी बढ़ानी चाहिए, जितनी नजदीकी जरूरी हो। क्योंकि जरूरत से ज्यादा नजदीकी अक्सर मनमुटाव और गलतफहमियाँ पैदा करके रिश्तों को तोड़-मरोड़कर रख देती है।
हमें किसी से भी उतनी हीं नजदीकी बढ़ानी चाहिए, जितनी नजदीकी जरूरी हो। क्योंकि जरूरत से ज्यादा नजदीकी अक्सर मनमुटाव और गलतफहमियाँ पैदा करके रिश्तों को तोड़-मरोड़कर रख देती है।