आज का इतिहास: अपने सदाबहार गीतों से हमेशा जाना जायेगा ये गीतकार

आज  का इतिहासआनंद बख़्शी का जन्म पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में 21 जुलाई 1930 को हुआ था। आनंद बख़्शी को उनके रिश्तेदार प्यार से नंद या नंदू कहकर पुकारते थे। बख़्शी उनके परिवार का उपनाम था, जबकि उनके परिजनों ने उनका नाम ‘आनंद प्रकाश’ रखा था, लेकिन फ़िल्मी दुनिया में आने के बाद ‘आनंद बख़्शी’ के नाम से उनकी पहचान बनी। आनंद बख़्शी के दादाजी सुघरमल वैद बख़्शी रावलपिण्डी में ब्रिटिश राज के दौरान सुपरिंटेंडेण्ट ऑफ़ पुलिस थे। उनके पिता मोहन लाल वैद बख़्शी रावलपिण्डी में एक बैंक मैनेजर थे, और जिन्होंने देश विभाजन के बाद भारतीय सेना को सेवा प्रदान की। नेवी में बतौर सिपाही उनका कोड नाम था ‘आज़ाद’। आनंद बख़्शी ने केवल 10 वर्ष की आयु में अपनी माँ सुमित्रा को खो दिया और अपनी पूरी ज़िंदगी मातृ प्रेम के पिपासु रह गए। उनकी सौतेली माँ ने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया। इस तरह से आनंद अपनी दादीमाँ के और क़रीब हो गए। आनंद बख़्शी साहब ने अपनी माँ के प्यार को सलाम करते हुए कई गानें भी लिखे जैसे कि “माँ तुझे सलाम” (खलनायक), “माँ मुझे अपने आंचल में छुपा ले” (छोटा भाई), “तू कितनी भोली है” (राजा और रंक) और “मैंने माँ को देखा है” (मस्ताना)। इनका निधन 30 मार्च,2002 को हुआ था ।

आज का इतिहास

1969 – अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग एवं एडविन एल्ड्रिन चन्द्रमा पर उतरे।
2004 – संयुक्त राष्ट्र आम सभा ने भारी बहुमत से पश्चिमी किनारे के फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों से इस्रायल को बाढ़ हटाने का प्रस्ताव पारित किया।
2007 – वांशिगटन में चार दिनों तक चले विचार-विमर्श के बाद भारत-अमेरिका परमाणु समझौते का प्रारूप तैयार किया गया।
2008 – नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भारतीय मूल के रामबरन यादव को नेपाल का पहला राष्ट्रपति चुना गया।

21 जुलाई को जन्मे व्यक्ति

1930 – आनंद बख्शी, भारतीय कवि और फ़िल्मी गीतकार
1911 – उमाशंकर जोशी, ज्ञानपीठ पुरस्कार सम्मानित और प्रसिद्ध गुजराती साहित्यकार

21 जुलाई को हुए निधन

1906 – वोमेश चन्‍द्र बनर्जी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष
2001- शिवाजी गणेशन, प्रसिद्ध तमिल अभिनेता
2009 – गंगूबाई हंगल – ‘भारतीय शास्त्रीय संगीत’ की प्रसिद्ध गायिका।

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