आखिर कैसे लग मिल गई अपराधों में संलिप्त एक सब इंस्पेक्टर को क्लीन चिट, जानिये क्या है पूरा प्रकरण

रिपोर्ट:-नफीस अली/मैनपुरी

बिछवा थाना क्षेत्र के एनएच 91 जीटी रोड स्थित ग्राम खेरिया के समीप 5 जुलाई 2019 को गाजियाबाद से बाइक पर सवार होकर आ रहे एक दलित दांपत्य को बदमाशों ने पहले टक्कर मार दी इसके बाद पति के साथ मारपीट करते हुए उसकी पत्नी का अपहरण कर लिया गया और जनपद एटा क्षेत्र में ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया.

घटना की रिपोर्ट जब पीड़ित किसी तरह थाना बिछवा पहुंचा तो वहां पर तैनात थाना अध्यक्ष राजेश पाल ने पीड़ित के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए घटनास्थल का जायजा लिया तो उल्टा थाना अध्यक्ष उसके साथ ही मारपीट करते हुए कहने लगा कि तूने अपनी पत्नी को मार दिया और यहां झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने आया है इस बात को लेकर थानाध्यक्ष ने युवक के साथ जमकर मारपीट की और थाना कुरावली में ले जाकर हवालात में बंद करने से पहले फिर दोबारा उसके साथ मारपीट की जिससे पीड़ित गंभीर रूप से घायल हो गया.

SI को मिली क्लीन चिट

इधर पति को पुलिस पीटी रही उधर अपहरण हुई युवती के साथ 3 लुटेरे सामूहिक बलात्कार करते रहे इस संबंध में दोषी थानाध्यक्ष व अन्य 3 लोगों के विरुद्ध थाना कुरावली में मुकदमा दर्ज कराया गया था जिसमें पुलिस प्रशासन ने अपराधों में संलिप्त दरोगा को आखिर कैसे क्लीन चिट दे दी जिसको लेकर अब सियासत गरमा गई है.

जिसके चलते समाजवादी पार्टी के विधायकों एवं बसपा के जिलाध्यक्ष सहित कई कार्यकर्ताओं ने पीड़ित के साथ मिलकर जिलाधिकारी को शिकायत करते हुए अपराध में संलिप्त दरोगा को तत्काल निलंबित कर गिरफ्तारी की मांग की है जबकि दरोगा के विरुद्ध 82 की भी कार्रवाई किए जाने के बाद भी बाहर कर दिया इस पर पुलिस किस प्रणाली को लेकर प्रश्न चिन्ह लगता हुआ नजर आ रहा है

पूरा मामला जनपद औरैया के ग्राम लेट ओरिया थाना अछल्दा से जुड़ा हुआ है इस गांव के रहने वाले राजू पुत्र सूरत सिंह अपनी पत्नी को बाइक पर सवार होकर गाजियाबाद से अपनी बहन की अंत्येष्टि में शामिल होने किशनी के गिरधरपुर जा रहे थे जैसे ही वह बिछवां थाना क्षेत्र के ग्राम खेरिया के समीप पहुंचे वैसे ही ईको कार में सवार तीन बदमाशों ने उनकी आंखों पर स्प्रे डाल दिया और बाइक में टक्कर मार दी जिसे दांपत्य गिर गए गिरे दंपत्ति के साथ पहले तो मारपीट की गई और उसकी पत्नी का अपहरण कर जनपद एटा की तरफ चले गए.

जिसकी शिकायत जब थाना अध्यक्ष बिछवा  राजेश पाल से की गई तो थानाध्यक्ष ने पहले तो उसके साथ अभद्रता की बाद में बताए गए घटनास्थल पहुंचे तो उसे झूठी सूचना कहते हुए किया तू अपनी पत्नी क्यों मार कर के ही डाल आया है और यहां झूठी रिपोर्ट लिखवाने के लिए चलाया.

जिसको लेकर थानाध्यक्ष और तीन सिपाहियों ने उसके साथ जमकर मारपीट की गई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया इसके बाद थाना का दिल नहीं पसीजा तो थाना कुरावली परिसर में ले जाकर दोबारा उसके साथ मारपीट की और हवालात में बंद कर दिया इधर पुलिसकर्मी पति को पीटा जा रहे थे उधर जनपद एटा पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार किया जा रहा था.

जब पत्नी वापस लौटी तो सारी कहानी आईने की तरह साफ हो गई उच्चाधिकारियों ने आनन-फानन में बिछवा थाना अध्यक्ष वह तीन सिपाहियों को निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध 307 323 504 अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया अपने ऊपर कारवाई होते देख थाना अध्यक्ष मौका पाकर फरार हो गया जो पुलिस की गिरफ्त से दूर रहा.

मथुरा यमुना एक्सप्रेस वे पर भीषण सड़क हादसा, बस के पलटने से 30 से अधिक लोग घायल

जिसके खिलाफ 82 की कार्यवाही की गई इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन ने उसे आखिर क्लीनचिट किस आधार पर दे दी जो दीवानी परिसर पर ड्यूटी पर तैनात है हर तरफ पुलिस की इस कार्यशैली  पर प्रश्न चिन्ह लता हुआ नजर आ रहा है. जहां एक तरफ सरकार कानून व्यवस्था को लेकर कड़े कदम उठाने की बात करती है तो वही किस तरह से आखिर दरोगा को क्लीन चिट दे दी गई जिसको लेकर राजनैतिक सियासत गरमा गई.

इस संबंध में समाजवादी पार्टी के विधायक बृजेश कठेरिया राजू यादव बसपा जिलाध्यक्ष रूपकिशोर कठेरिया विधानसभा परिषद सदस्य अरविंद सिंह यादव पूर्व मंत्री आलोक शाक्य  सोबरन सिंह यादव सपा जिला अध्यक्ष दीप सिंह पाल ने पीड़ित के साथ जिलाधिकारी कार्यालय आकर शिकायती पत्र सौंपते हुए दरोगा राजेश पाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित एवं उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.

LIVE TV