IIT प्लेसमेंट : इस साल सरकारी कंपनियां बड़ी संख्या में लेंगी हिस्सा

आईआईटीजकोलकाता। इस साल आईआईटीज में होने वाले प्लेसमेंट्स में सरकारी कंपनियां बड़ी संख्या में हिस्सा ले रही हैं। 1 दिसंबर से शुरू हो रहे प्लेसमेंट प्रोसेस में लगभग सभी आईआईटीज ने पीएसयू की संख्या को दोगुने से ज्यादा कर दिया है। इन सरकारी कंपनियों (पीएसयू) में महारत्न और नवरत्न कंपनियां भी शामिल हैं। इसरो, डीआरडीओ और नौसेना भी प्लेसमेंट प्रोसेस में शामिल होंगे।

देश की सबसे पुरानी आईआईटी खड़गपुर में पिछले साल चार पीएसयू ने हिस्सा लिया था जबकि, इस बार 13 पीएसयू प्लेसमेंट प्रोसेस में हिस्सा लेने की पुष्टि की है। कुछ बड़े नामों में इंडियन ऑयल, एचपीसीएल, बीपीसीएल और बीईएल शामिल हैं।

पब्लिक सेक्टर की बड़ी हिस्सेदारी से भर्ती के पैटर्न में बड़ा बदलाव आएगा क्योंकि पीएसयू बड़ी संख्या में छात्रों को एक ही बार में जॉब का ऑफर देती हैं। आईआईटी खड़गपुर के प्लेसमेंट चेयरपर्सन देबाशीष देव ने बताया, ‘पिछले साल कोल इंडिया ने करीब 31 छात्रों की भर्ती की थी।’ उन्होंने बताया कि सरकारी कंपनियों में जॉब ज्यादा सुरक्षित होने के अलावा उचित वेतन मिलता है। इसके अलावा रिटायरमेंट के बाद आकर्षक लाभ मिलते हैं।

एक शिक्षक ने बताया, ‘पीएसयू का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यहां कमजोर से कमजोर छात्रों को भी अच्छी पोजिशन मिल जाती है।’

वहीं, आईआईटी गुवाहाटी के प्लेसमेंट चेयरपर्सन कौस्तुभ मोहंती के मुताबिक, पिछले साल गुवाहाटी कैंपस में तीन पीएसयू ने हिस्सा लिया था जबकि इस साल सात हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने कहा कि पीएसयू की हिस्सेदारी में बढ़ोतरी का एक कारण मद्रास हाई कोर्ट का फैसला हो सकता है, जिसने पीएसयू द्वारा सीधी भर्ती के खिलाफ याचिका को खारिज कर दिया था।

आईआईटी मद्रास में आठ पीएसयू ने हिस्सा लेने की पुष्टि की है। आईआईटी मद्रास में प्लेसमेंट्स चेयरपर्सन मनु सांतानम के मुताबिक, इस साल प्लेसमेंट्स प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाली नई पीएसयू में कोल इंडिया, ओएनजीसी, एचपीसीएल, मिधानी (मिनिरत्न) और बीईएल शामिल हैं।

सांतानम ने बताया, ‘सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के क्रियान्वयन के बाद सरकारी कंपनियां प्राइवेट कंपनियों के मुकाबले सैलरी दे रही हैं। इसके अलावा जॉब में स्थिरता के कारण पीएसयू के प्रति छात्रों में आकर्षण बढ़ा है।’

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