यूपी में आंधी-तूफान से मरने वालों के लिए सीएम ने मदद के दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान आने और बिजली गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 पहुंच गई है। कुल 57 लोग घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंधी-तूफान से प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्रियों को संबंधित जिलों में पहुंचकर राहत कार्य का पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया है।
आंधी-तूफान

छह जून की रात को आए आंधी-तूफान से करीब 22 जिले सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। इनमें एटा, कासगंज, मैनपुरी, बदायूं, मुरादाबाद, फर्रुखाबाद और बाराबंकी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। मैनपुरी में 6, बाराबंकी, एटा व कासगंज में 3-3 और फर्रुखाबाद, बदायूं में 2 लोगों की मौत हो गई है।

मुरादाबाद, बदायूं, पीलीभीत, मथुरा, कन्नौज, अमरोहा और महोबा में आंधी-तूफान या आकाशीय बिजली से एक-एक लोगों की मौत हुई है। आंधी-तूफान से पेड़ गिरने या आकाशीय बिजली से घायल हुए 57 लोगों में सबसे ज्यादा मैनपुरी के 41 लोग शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने एटा के प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग, कासगंज के सुरेश पासी, मैनपुरी के गिरीश यादव, बदायूं के स्वामी प्रसाद मौर्य, मुरादाबाद के डॉ. महेंद्र सिंह व फर्रुखाबाद के प्रभारी मंत्री चेतन चौहान को निर्देशित किया है कि वे जिलों का भ्रमण कर राहत कार्य का पर्यवेक्षण करें। उन्होंने डीएम से कहा है कि वे स्वयं क्षेत्रों का भ्रमण कर राहत वितरित कराएं।

जिलों में राहत वितरण का कार्य तेज

राहत आयुक्त के नियंत्रण कक्ष के मुताबिक एटा, कासगंज, मैनपुरी, बदायूं, फर्रुखाबाद, मुरादाबाद, पीलीभीत, मथुरा व कन्नौज के जिलाधिकारियों ने मृतकों के परिवारीजनों को सहायता राशि उपलब्ध करवा दी है। अन्य जिलों में प्रयास चल रहा है। इसके अलावा घायलों का इलाज कराया जा रहा है।

अंधड़-ओलों से आम की फसल को भारी नुकसान
प्रदेश में गुरुवार को रात आए अंधड़ और ओलों से आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। उद्यान विभाग ने नुकसान के बाबत जिलों से रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा गन्ना, मेंथा और धान की नर्सरी को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है।

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उद्यान विभाग का कहना है कि आंधी-पानी के साथ गिरे ओलों से आम गिर गए हैं। इससे पकने से पहले ही आम गिर गए, जिससे किसानों की आमदनी प्रभावित हुई। जो बड़े पके आम गिरे हैं, उनके एक साथ बाजार में आ जाने से दाम भी गिरेंगे। इन स्थितियों के मद्देनजर किसानों के नुकसान का आकलन कराया जा रहा है।

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