अस्पतालों की मनमानी खत्म करने के लिए हुआ ग़जब का काम, खुश होंगे आप भी

अस्पतालों की मनमानीलखनऊ। अस्पतालों की मनमानी खत्म करने के लिए प्राइवेट अस्पतालों की खास तरह की ग्रेडिंग की जाएगी। अस्पतालों में संसाधनों के हिसाब से इलाज का शुल्क लिया जाएगा। सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई ने इस दिशा में कवायद शुरू कर दी है। राजधानी लखनऊ में करीब 15 सौ से ज्यादा पंजीकृत नर्सिंग होम हैं। 500 से ज्यादा पैथोलॉजी, डायग्नोस्टिक सेंटर और कलेक्शन सेंटर हैं। इन सेंटरों में एक बीमारी का इलाज व जांच का शुल्क अलग-अलग लिया जा रहा है।

कई प्राइवेट अस्पताल बेहतर इलाज मुहैया कराने के नाम पर मनमाना शुल्क वसूल रहे हैं। इन पर शिकंजा कसने वाला कोई नहीं है। सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई ने बताया कि समान सुविधा वाले अस्पतालों में इलाज का शुल्क एक जैसा होना चाहिए।

अस्पतालों की मनमानी होगी खत्म

उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों को सुविधा के हिसाब से शुल्क लिए जाने पेशकश की जाएगी। इसके लिए आईएमए और नर्सिंग होम एसोसिएशन से बैठक की जाएगी।नर्सिग होम एसोसिएशन के महासचिव डॉ. अनूप अग्रवाल ने कहा कि सीएमओ की पहल काफी सराहनीय है।

प्राइवेट अस्पतालों की ग्रेडिंग तो होनी ही चाहिए। इससे मरीज अस्पताल में सुविधाओं की जानकारी आसानी से पा सकेंगे। इलाज का शुल्क तय करना कठिन है। फिर भी वार्ता से हल निकल सकता है। एसोसिएशन से 242 नर्सिंग होम पंजीकृत हैं।

प्राइवेट अस्पताल, पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर में बड़े पैमाने पर मरीज आ रहे हैं। इन मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की जिम्मेदारी हमारी है। मरीजों को गुमराह नहीं किया जाना चाहिए।

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