मेरठ: गढ़ रोड पर अवैध कालोनियों की बाढ़

अवैध कालोनियांमेरठ| गढ़ रोड पर मेडिकल कॉलेज से आगे बड़ी संख्या में अवैध कालोनियां पनप गयी हैं। बेतरतीब तरीके से बनी ये अधिकांश कालोनियां अवैध हैं। वहीं अफसरों का चुप्पी साधना भी उन्हें कठघरे में ला रहा है।

ये सच है कि एमडीए अभियंताओं की मर्जी के बिना शहर में कोई भी निर्माण संभव नहीं है। इसके बावजूद शहर में अवैध कालोनियों की बाढ़ आयी हुई है। सवाल उठता है कि आखिर अवैध कालोनियां कैसे पनप गयीं। सरकारी स्तर पर प्राधिकरण खुद 259 अवैध कालोनियों की बात स्वीकार कर रहा है।

गढ़ रोड पर बुधवार को शाम अस्पताल में निर्माण के दौरान आठ फुट तक खोदाई कर दी गयी, लिहाजा बराबर में बना मकान भरभराकर बैठ गया। इसके नीचे कई मजदूर दब गए। बिना प्राधिकरण की शह पर इस तरह से निर्माण संभव नहीं है। वहीं गढ़ रोड पर मेडिकल कॉलेज से आगे बड़ी संख्या में अवैध कालोनियां पनप गयी हैं। बेतरतीब तरीके से बनी ये अधिकांश कालोनियां अवैध हैं।

एमडीए अफसरों की माने तो गढ़ रोड जिस अस्पताल पर मकान गिरा, उसमें निर्माण की अनुमति दी गयी थी। सरोज शर्मा पत्नी ओमप्रकाश शर्मा के नाक पर नक्शा पास होने के साथ ही निर्माण की अनुमति भी दी गयी है। वहीं बराबर में मुकेश गोयल निवासी किठौर का बन रहा बहुमंजिला आवास बिना मानचित्र स्वीकृत कराए बनाया जा रहा था। इसमें एमडीए कर्मियों की मिलीभगत सामने आ रही है।

अवैध कालोनियां बनी चिंता का सबब

अवैध निर्माण और तेजी से बिना मानचित्र पास कराए बनायी जा रही कालोनियों पर कार्रवाई के नाम पर प्राधिकरण कुछ खास नहीं करता। अक्सर चलाए जाने वाले अभियान भी महज दिखावा ही साबित होते हैं। अभियान में अक्सर बड़े व नामी अवैध कब्जा करने वालों पर नजरें इनायत किसी से छिपी नहीं है।

इनका कहना है कि अवैध व अनाधिकृत निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया जाता है। इस मामले में विभागीय जांच करायी जाएगी। दोषी चाहे कोई भी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

हादसे के साथ ही एमडीए का भ्रष्टाचार सतह पर आ गया। राजनैतिक पार्टियों के साथ ही बुद्धिजीवी और गण्यमान्य लोगों ने इसे एमडीए की सीधे तौर पर लापरवाही करार दिया है। सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि महज जेई पर कार्रवाई करके प्रशासन पल्ला झाड़ रहा है। एमडीए वीसी और सचिव समेत तमाम संबंधित अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए।

प्रस्तुति- आदेश कुमार

LIVE TV