अरेंज या लव मैरिज, कैसी होगी आपकी शादी, जानिए यहां
शादी एक ऐसा लड्डू है, जो खाता है वो पछताता है और जो नहीं खाता वो ललचाता है. हर इंसान इस बंधन में बंधना चाहता है. सभी लोगों के मन में ये ख्याल आता है कि उनकी शादी लव होगी या अरेंज. इस प्रश्न का उत्तर किसी की भी कुंडली देख के बताया जा सकता है कि उसकी शादी लव होगी या अरेंज. जिन लोगों का प्रेम विवाह होने की संभावनाएं रहती हैं, उनकी जन्म कुंडली में कुछ खास योग बनते हैं.
राहु का संबंध विवाह भाव (सप्तम भाव) में होने पर व्यक्ति अपनी पारिवारिक परंपरा से हटकर विवाह करने की सोचता है. राहु की वजह संस्कृति और परंपरओं से अलग सोच बनती है.
कुंडली में जब राहु लग्न या प्रथम भाव में हो और सप्तम भाव में गुरू की दृष्टि भी हो तो प्रेम विवाह के योग बनते हैं.
कुंडली में जब मंगल का शनि या राहु से संबंध या युति हो रही हो तो प्रेम विवाह की संभावनाएं बनती है.
मंगल, शनि या राहु में से कोई भी ग्रह जब विवाह भाव या भावेश से संबंध बनाता है तो व्यक्ति का विवाह उसके परिवार की सहमति के होने की संभावनाएं बनती है.
कुंडली में सप्तमेश व शुक्र पर शनि या राहु की दृष्टि हो तो प्रेम विवाह के योग बनते है.
जब पंचम भव के स्वामी की उच्च राशि में राहु या केतु हो तो प्रेम विवाह हो सकता है.