भारतीय हॉकी टीम ने हार के लिए अम्पायरों को ठहराया दोषी

भुवनेश्वर। भारतीय हॉकी टीम ने नीदरलैंड्स के खिलाफ गुरुवार को विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में मिली हार के बाद अम्पायरों के निर्णय पर सवाल उठाए। मेजबान टीम ने मैच के अंतिम क्वार्टर में डिफेंडर अमित रोहिदास को पीला कार्ड दिखाने के अम्पायर के फैसले को गलत बताया। पीला कार्ड दिखाए जाने के कारण रोहिदास पांच मिनट के लिए मैदान से बाहर हो गए और तब भारतीय टीम 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने को मजबूर हुई थी। भारत ने बिना देरी किए अपने गोलकीपर पीआर श्रीजेश को बाहर करते हुए एक अतिरिक्त खिलाड़ी अंदर लिया था।

भारतीय टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने कहा, “सबसे पहले, मैं भारत के लोगों से माफी मांगना चाहता हूं क्योंकि हम उन्हें अपेक्षित निर्णय नहीं दे पाए। लेकिन मैं इसे आसानी से नहीं लूंगा। अगर वे बेहतर नहीं होना चाहते तो हमें ऐसे नतीजे मिलते रहेंगे।”

हरेंद्र ने कहा, “हमें अम्पायरों की गलती के कारण इस वर्ष दो मुख्य टूर्नामेंट में हार का सामना करना पड़ा।”

कप्तान मनप्रीत सिंह ने भी कहा कि अम्पायरों को बेहतर होने की जरूरत है।

मनप्रीत ने कहा, “उनकी वजह से हम दो मुख्य टूर्नामेंट हारे और लोग हमसे पूछते हैं कि भारतीय हॉकी बेहतर क्यों नहीं हो रही और टीम हमेशा हारती क्यों है।”

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भारतीय कप्तान ने हालांकि, आधिकारिक शिकायत करने से इंकार कर दिया।

मनप्रीत ने कहा, “हमें शिकायत करने से क्या लाभ होगा। हम मैच हार चुके हैं।”

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हरेंद्र ने कहा, “हमें हार स्वीकार करनी होगी लेकिन एफआईएच के कुछ डिपार्टमेंट को बेहतर होने की जरूरत है। आप अहंकारी होकर अम्पायरिंग नहीं कर सकते। महासंघ, खिलाड़ी और कोच एक टूर्नामेंट में काफी समय लगाते हैं लेकिन एक गलत निर्णय उनके 4-6 वर्षो की मेहनत पर पानी फेर देता है।”

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