अमेरिकी रक्षा मंत्री-“अमेरिका भारत को एक स्थाई साझेदार के रुप में देखता है”

एजेंसी/Ashton-Carter-And-Narendra-Modi_570dcbeba0dc4नई दिल्ली : मंगलवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात हुई। इस दौरान कार्टर ने पीएम से कहा कि अमेरिका भारत को एक स्थाई साझेदार और रणनीतिक सहयोगी के रुप में देखता है। यूएस भारत की एक्ट ईस्ट नीति और पुनः संतुलन की नीति एक-दूसरे का आदर करते है।

दोनों देशों के नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और दक्षिण एशिया प्रशांत क्षेत्र समेत क्षेत्रीय हालातों पर चर्चा की। पीएमओ द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक, कार्टर ने भारत को यूएस का स्ताई साझेदार बताया और कहा कि दोनों पक्ष खरीद-बिक्री संबंध से निर्माण साझेदारी की ओर बढ़ रहे है।

कार्टर ने यह भी कहा कि अमेरिका की पुनः संतुलन नीति और भारत की एक्ट ईस्ट नीति दोनों एक-दूसरे का सम्मान करती है। प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में प्रगति पर संतोष प्रकट किया और उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच रक्षा प्रौद्योगिकी एवं व्यापार पहल (डीटीआईआई) की रूपरेखा के साथ बातचीत रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया के उनके दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेगी।

भारत व अमेरिका ने डीटीआईआई के तहत दो नई पाथफाइंडर परियोजनाओं को एक हेलमेट-माउंटेड डिस्प्ले और एक जीव वैज्ञानिक सामरिक पहचान प्रणाली के संयुक्त उत्पादन के लिए चिन्हित किया। यूएस ने मेक इन इंडिया प्रोग्राम के तहत लड़ाकू विमानों के उत्पादन के लिए दो प्रस्तावों की भी बात की।

दोनों देशों के बीच विज्ञान और प्रौद्दोगिकी के सहयोग के क्षेत्र में चार करार भी हुए। प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने पनडुब्बी सुरक्षा और पनडुब्बी रोधी संघर्ष पर नौसेनाओं के बीच बातचीत शुरू होने पर सहमति जताई।

उन्होंने एक द्विपक्षीय समुद्री सुरक्षा संवाद शुरू करने पर भी सहमति जताई जिसकी सह-अध्यक्षता भारत के रक्षा और विदेश मंत्रालयों में तथा अमेरिकी रक्षा और विदेश विभागों में संयुक्त सचिव या सहायक सचिव स्तर के अधिकारी करेंगे।

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