अमेरिकी ओलम्पिक समिति ने तैराकों के व्यवहार के लिए माफी मांगी

अमेरिकी ओलम्पिक समितिवाशिंगटन: अमेरिकी ओलम्पिक समिति (यूएसओसी) ने सार्वजनिक रूप से इस बात को माना है कि उनके देश के चार तैराकों ने बंदूक के बल पर रोके जाने की झूठी रिपोर्ट पुलिस में लिखवाई थी। अमेरिकी तैराकों के इस व्यवहार के लिए समिति ने ओलम्पिक खेल संगठन और ब्राजील से माफी मांगी है।

समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी ओलम्पिक समिति ने अपने बयान में कहा, “इन खिलाड़ियों का व्यवहार स्वीकार्य नहीं है और न ही ये अमेरिकी टीम के मूल्यों को दर्शाते हैं।”

यूएसओसी ने रियो में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के साथ मिलकर अमेरिकी तैराक जेम्स फेजेन और रयान लोचटे को स्थानीय अधिकारियों की जांच में मदद के लिए तैयार किया।

इस मामले में शामिल अन्य अमेरिकी तैराक गुनेर बेंट्ज और जैक कोंगेर हैं। ये दोनों अमेरिका वापस जा रहे थे, जब हवाईअड्डे पर पुलिस ने इन्हें रोक लिया। हालांकि, इनके खिलाफ कोई अरोप नहीं लगाए गए और बाद में इन्हें जाने दिया गया।

यूएसओसी ने ब्राजील के अधिकारियों की बात को सही ठहराते हुए बताया, “हम समझते हैं कि 14 अगस्त को चारों एथलीट ओलम्पिक गांव वापस जाने के दौरान एक गैस स्टेशन पर रुके थे, जहां इनमें से एक ने स्टेशन की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।”

समिति ने कहा, “इस दौरान स्टेशन के सुरक्षा अधिकारियों और अमेरिकी एथलीटं के बीच कहासुनी हुई। सुरक्षा कर्मियों ने अपने हथिायार दिखाए और उन्हें वाहन से बाहर आकर पैसे अदा करने के लिए कहा। पैसा चुकाने के बाद उन्हें जाने दिया गया।”

अमेरिका के चारों तैराकों ने पुलिस में गलत रिपोर्ट दर्ज करवाई। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बंदूक की नोक पर उन्हें रोके जाने की शिकायत की।

ब्राजील की पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। इस दौरान मिले वीडियो की जांच के बाद यह साफ हुई है कि गैस स्टेशन में सुरक्षा अधिकारियों के साथ अमेरिकी तैराकों की कहासुनी हुई थी और उन्होंने पुलिस में गलत रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

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