मोदी ने मंत्रियों के उड़ाए फ्यूज, छीनी लाल बत्ती

 

लाल बत्तीनई दिल्‍ली। वीवीआईपी का प्रतीक बनी लाल बत्‍ती लगा रौब गांठना अब बीते दिनों की बात होगी। वीवीआईपी कल्चर की प्रतीक गाड़ियों पर लगने वाली लाल बत्ती पर मोदी सरकार ने हथौडा़ चला दिया है। बुधवार को मोदी सरकार ने इस वीवीआईपी कल्चर को खत्म करने का फैसला लेते हुए लाल बत्ती पर रोक लगा दी।

एक मई से लाल बत्ती के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक होगी। केंद्रीय कैबिनट ने इस फैसले को मंजूरी दे दी है। अब केवल राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और लोक सभा के स्पीकर ही इसका प्रयोग कर पाएंगे।

मालूम हो कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहले ही लाल बत्‍ती लगाए जाने को बैन करने का आदेश दे चुका है। इसके बावजूद लाल बत्ती का दुरुपयोग हो रहा था।

पिछले हफ्ते पीएमओ ने इस मामले पर बात करने के लिए एक मीटिंग भी बुलाई थी। बैन के अंतर्गत केंद्रीय मंत्री,  मुख्यमंत्री,  राज्य के कैबिनेट मंत्री,  ब्यूरोक्रेट और सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज भी शामिल हैं।

बता दें कि सबसे पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में लाल बत्ती को खत्म करने का फैसला किया था। आप के किसी मंत्री को भी लाल बत्ती की गाड़ी का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी गई थी। उसके बाद विधान सभा चुनाव 2017 में जीत दर्ज करने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लाल बत्ती पर रोक लगाई।

उसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने भी ऐसा ही किया। प्रधानमंत्री के इस फैसले से लाल बत्‍ती लगाकर रौब डालने वालों की जहां दुनिया लुट गई है। वहीं आम जनता इस फैसले से काफी खुश नजर आ रही है।

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