अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को दिया झटका, कहा- हमें रोकने वाला अभी पैदा नहीं हुआ

अफगानिस्तान ने पाकिस्तान नई दिल्ली| अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच पांच महीनों बाद शांति वार्ता बहाल हो गयी है| इस बाबत दोनों पक्षों ने क़तर की राजधानी दोहा में एक सीक्रेट मीटिंग की है| लेकिन इस मीटिंग में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को न बुलाकर तगड़ा झटका दिया है|

अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को दिया झटका

अफगानिस्तान सरकार ने सीक्रेट मीटिंग से इनकार किया है लेकिन सूत्रों की मानें तो यह मीटिंग हुई थी| इस मीटिंग में अमेरिका के डिप्लोमैट, पूर्व तालिबान चीफ मुल्ला उमर का भाई मुल्ला अब्दुल मन्नान और अफगानिस्तान सरकार के अधिकारी शामिल हुए|

पिछले कुछ सालों से अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच रिश्ते अच्छे नहीं रहे। पाकिस्तान, भारत की अफगानिस्तान में कोई भी भूमिका नहीं चाहता| इस मीटिंग से बाहर का रास्ता दिखा कर अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी है|

यूएस और अफगानिस्तान का मानना है कि पाकिस्तान, तालिबान को समझौते की मेज पर आने से रोकता है| इस्लामाबाद दोनों के साथ डबल डीलिंग कर रहा है| इसलिए दोनों पक्ष अब पाकिस्तान की जरूरत को महसूस नहीं करते|

इस मीटिंग की मध्यस्थता अमेरिका ने की| हालाँकि, अभी तक तालिबान सीधे सरकार से बात करने की बात कहता रहा है| इस कारण मई 2016 में अफगानिस्तान और तालिबान के बीच शांति वार्ता टूट भी चुकी है|

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