अपनी मर्जी से जेहादी दुल्हन नहीं बनी थी शमीमा, वकील ने बताया कैसे पहुंची ISIS

15 साल की उम्र में इंग्लैंड से भागकर सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के गढ़ में पहुंची शमीमा बेगम को उसकी वकील ने बच्चों के अवैध व्यापार का शिकार बताया। फिलहाल अब 21 साल की हो चुकी शमीमा जेहादी दुल्हन के नाम से जानी जाती है। सीरिया के एक कैंप में रह रही शमीमा ब्रिटिश नागरिकता दोबारा हासिल करने की जंग लड़ रही है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शमीमा बेगम ने हाल में ही दावा किया था कि जब उसने आईएसआईएस ज्वाइन किया तो वह नासमझ बच्ची थी। उसके द्वारा ही कहा गया था कि वह उन लोगों को दोबारा नहीं ज्वाइन करना चाहती जिन्हें वह छोड़ चुकी है। स्पेशल इमीग्रेशन अपील्स कमीशन कि सुनवाई के दौरान शमीमा के वकील ने कहा कि नागरिकता छीनने से पहले गृह विभाग की जानकारी थी कि इस बात की जांच की जाए।

सामानथा नाइड्स ने कहा कि जब उसने यूके छोड़ा तो आतंकवाद रोधी इकाई को जबरन और नियंत्रण पर संदेह था। उन्होंने दलील दी थी कि ट्रैफिकिंग के मुद्दे की जांच की जरूरत बढ़ जाता है। शमीमा की लीगल टीम ने लिखित में दिया कि गृह विभाग ने यह विचार करने में असफल रहा कि क्या वह चाइल्ड ट्रैफिकिंग की शिकार थी और सीरिया यौन शोषण और जबरन विवाह के लिए ले जाया गया।

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