अनिल कुंबले बोले, तनावपूर्ण था कोच के लिए हुआ साक्षात्‍कार

अनिल कुंबलेकोलकाता | भारतीय क्रिकेट टीम के कोच बनने के बाद अनिल कुंबले ने कहा कि इस पद के लिए साक्षात्कार देना तनावपूर्ण अनुभव था। दिग्गज लेग स्पिनर का साक्षात्कार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने लिया था। इस समिति में कुंबले के पूर्व साथी सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली शामिल हैं।

बीसीसीआई डॉट टीवी के मुताबिक, कुंबले ने कहा, “सचिन टेलीकॉन्फ्रेंस के जरिए मौजूद थे, लेकिन टेबल के दूसरी तरफ दादा (गांगुली) और लक्ष्मण थे। यह तनावपूर्ण था, लेकिन रणनीति प्रस्तुत करना अच्छा था।”

अपनी नियुक्ति पर पूर्व कप्तान ने कहा, “भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में कोच के तौर पर वापसी करना शानदार है। मैं इस चुनौती और बड़ी जिम्मेदारी के लिए पूरी तरह तैयार हूं। मैं जानता हूं काफी सारी उम्मीदें मुझसे जुड़ी हुई हैं, मैं इसके लिए तैयार हूं।”

अनिल कुंबले ने कहा कि वह पूर्व कोच जॉन राइट और गैरी कर्स्टन की तरह पर्दे के पीछे से काम करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, “जॉन राइट के मार्गदर्शन में काफी खेला हूं। कोच के तौर पर मैं उनसे काफी प्रभावित हुआ हूं और उन्हीं की तरह मैं इस काम को लूंगा। जब मैं मुंबई इंडियंस का मेंटर बना था तो मैं जॉन को लेकर आया क्योंकि भारतीय संस्कृति को वह अच्छी तरह से समझते हैं और इसी तरह कोच काम करते हैं।”

कुंबले ने कहा, “गैरी कस्र्टन के साथ मैं सिर्फ टेस्ट में जुड़ा रहा, वह भी काफी कम समय के लिए। वह भी ऐसे कोच थे जो पर्दे के पीछे से काम करते थे और अपने आप को सामने आने नहीं देते थे। मैं इसी तरह काम करना चाहता हूं। सामने से नहीं, पीछे से।”

लेग स्पिनर ने कहा कि उनकी कोशिश टीम में नेतृत्व करने वाले खिलाड़ियों को बनाने और कप्तान के दबाव को बांटने की होगी।

उन्होंने कहा, “कोच के लिए यह जरूरी है कि वह कप्तान के दबाव को साझा करे। कप्तान के पास काफी जिम्मेदारी होती है। उसे क्रिकेट से जुड़े और उससे इतर काफी काम करने होते हैं।”

कुंबले ने कहा, “भारतीय टीम में काफी समय तक रहने के बाद और मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह का अनुभव होने के बाद जब आप कोच बनते हैं तो सिर्फ मैदान के अंदर ही नहीं मैदान के बाहर भी आप कोच रहते हैं। आपकी कोशिश शानदार और नेतृत्व करने वाले खिलाड़ी बनाने की होती है।”

कुंबले ने कहा कि उन्होंने टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली से बात की है और वह मिलकर वेस्टइंडीज दौरे पर होने वाली चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला से पहले रणनीति पर काम करेंगे।

अनिल कुंबले ने कहा, “हमारे सामने वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली टेस्ट श्रृंखला है। इस समय इस पर हमारा ध्यान है।”

भारत के सबसे सफल गेंदबाज ने कहा, “मैंने विराट से बात की है। एमएस (धौनी) जिम्बाब्वे से लौटने वाली फ्लाइट में होंगे। दौरे पर जाने से पहले बेंगलुरु में शिविर लगाना और रणनीति बनाना और वेस्टइंडीज के लिए तैयार होना अच्छा होगा।”

उन्होंने कहा, “गेंदबाजी, 20 विकेट लेना टेस्ट क्रिकेट में आपको मैच जीता सकता है। इस पर हमारा ध्यान होगा। बल्लेबाजी, हमारे पास कुछ शानदार बल्लेबाज हैं। मेरा मानना है कि इस टीम में काफी प्रतीभा है। यह युवा टीम है और युवा कप्तान पर इसकी जिम्मेदारी है।”

उन्होंने कहा, “मैं विराट और धौनी के साथ काम करने को तैयार हूं। भारत में काफी टेस्ट मैच होने हैं। उन पर भी हमारा ध्यान है।”

45 वर्षीय कुंबले ने कहा कि उनकी कोशिश योग्य खिलाड़ी बनाने की होगी।

अनिल कुंबले ने कहा, “वे पहले से ही अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं। मैं अपने सुझाव दूंगा, लेकिन उन्हें खिलाड़ियों पर थोपूंगा नहीं। मेरा काम खिलाड़ियों को वह जो मानते हैं या मैं जो मानता हूं, उस बात पर अमल करने के लिए राजी करना होगा। अंत में उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। हम जिस बात पर राजी होते हैं, अगर टीम उसकी जिम्मेदारी नहीं लेती है तो यह काम नहीं करेगा।”

 

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