अज्ञातवास के दौरान हनुमान जी ने भीम को दिए थे ये चमत्कारी उपदेश, ऐसे होगी ईश्वर की प्राप्ति

यूं तो ये घटना महाभारत काल की है. परुन्तु अगर इसे गहराई से समझा जाए तो जीवन की बहुत सारी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है. महाभारत में जब पांडव अज्ञातवास पर थे तब उस समय हनुमान जी ने अपने साक्षात दर्शन भीम को करवाए थे. ये तो आप सभी जानते होंगे परुन्तु आज हम आपको हनुमान जी के द्वारा भीम को दिए गए उपदेशों से परिचित करवाते है.अज्ञातवास

माना जाता है की इन उपदेशों में इतनी ताकत बसी है जो कलयुग में भी आपको सफलताओं के शिखर पर पहुंचा देगी. तो आइये आज हम आपको बताते हैं वो जो हनुमान जी ने भीम को समझाया था .

  • हनुमान जी ने भीम को सबसे पहले सतयुग की बातें बताई थीं. जिसमे सतयुग में मूर्ति पूजा करने से लोगों को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती थी. लेकिन, कलयुग में मूर्ति पूजा से मोक्ष प्राप्त नहीं होगा. कलयुग में जो व्यक्ति सच्चा नाम जापेगा, उसी को मोक्ष प्राप्त होगा.
  • भीम ने हनुमान जी से उत्सुकता पूर्वक भगवान राम की महिमा का गुणगान करने को कहा था. उस वक्त हनुमान जी ने बताया था कि राम का नाम किसी का भी बेड़ा पार करा सकता है. व्यक्ति किसी भी तरह की मुसीबत में क्यों ना हो बस बस सच्चे दिल से राम नाम पुकारता रहे, तो प्रभू उसकी मदद जरुर करते हैं.
  • भीम ने हनुमान जी से पूछा था की कलयुग का सबसे बड़ा पाप क्या होगा? तब हनुमान जी ने बताया था कि निंदा और चुगली करने में कलयुग के लोगों को बहुत मजा आयेगा. लेकिन ऐसा करना ही कलयुग का सबसे बड़ा पाप होगा.
  • भीम ने हनुमान जी से पूछा था कि संसार में रहते हुए कैसे ईश्वर की प्राप्ति की जाए? इस सवाल का जवाब हनुमान जी ने बताया था की हर व्यक्ति को कर्म जरुर करने चाहिए. यदि संसार के बंधनों में आप फंस गये हैं तो उनको पूरा भी आपको करना है. यदि आप ऐसा करेंगे तो आपको ईश्वर की प्राप्ति जरुर होगी.
  • भीम जानते थे कि इन्सान की इन्द्रियां उसके वश में नहीं रहती हैं. तब हनुमान जी बताते हैं कि ईश्वर की सेवा करने और भलाई-अच्छाई के कामों से ही इन्द्रियों को काबू किया जा सकता है.
  • हनुमान जी जानते थे कि भीम मृत्यु के बाद के सच को जानना चाहता है. इसलिए भीम को हनुमान ने बताया था कि इन्सान का जन्म बड़े भाग्यों से मिलता है. यदि इन जन्म में भगवान को याद ना किया जाये तो आत्मा बार-बार संसार में अलग-अलग शरीर के माध्यम से आती रहती है.
  • हनुमान जी भीम को बताते हैं की इन्सान के शरीर में ईश्वर ने अपार शक्तियां दी हैं. लेकिन अज्ञानता के कारण उन शक्तियों को कोई-कोई ही जगा पाता है. इन्सान चाहे तो आसमान को भी धरती पर ला सकता है. इसलिए इन्सान को कभी निराश नहीं होना चाहिए.
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