अगस्ता : ताजा आरोप-पत्र में मिशेल और दो अन्य के नाम

अगस्तावेस्ट लैंडनई दिल्ली| प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने 3600 करोड़ रुपये के अगस्तावेस्ट लैंड हेलीकॉप्टर सौदे में ब्रिटेन के नागरिक और कथित दलाल क्रिस्चियन मिशेल जेम्स और दो अन्य के खिलाफ ताजा आरोप पत्र दायर किया है। ईडी इस मामले में काला धन को सफेद करने ( मनी लांड्रिंग) की जांच कर रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अगस्तावेस्ट लैंड : आरोप-पत्र दायर

केंद्रीय जांच एजेंसी ने पटियाला हाउस अदालत में 10 जून को जेम्स एवं उसकी दिखावटी कंपनी मीडिया एक्जिम प्राइवेट लि. और उसके निदेशक आर. के. नंदा और जे. बी. सुब्रह्मण्यम के खिलाफ मनी लांड्रिंग निरोधक कानून(पीएमएलए) की धारा 45 के तहत आरोप-पत्र दायर किया।

जांचकर्ताओं ने कहा कि एजेंसी ने पाया कि जेम्स ने जितनी रिश्वत की रकम पाई, उनमें से 6.33 करोड़ रुपये दिखावटी कंपनी मीडिया एक्जिम में दुबई स्थिति कंपनी ग्लोबल सर्विसिस एफजेडई के जरिए आए।

जेम्स ने कथित रूप से अगस्तावेस्ट लैंड से रिश्वत के रूप में 225 करोड़ रुपये 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद को अमलीजामा पहनाने के लिए पाए थे।

ईडी के अधिकारी ने कहा, “आर.के. नंदा और जे. बी. सुब्रह्मण्यम को मीडिया एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक नियुक्त किया, जिन्होंने जानते हुए जेम्स का इस काम में गुप्त रूप से सहयोग किया और दिल्ली में चल एवं अचल संपत्तियां खरीदीं। उन संपत्तियों को ईडी ने पहले ही जब्त कर लिया है।

ईडी ने जेम्स पर इस सौदे में अगस्तावेस्ट लैंड की कंपनी फिनमेक्केनिका के लिए दलाल की भूमिका निभाने का आरोप लगाया है।

ईडी ने 1300 पृष्ठों से अधिक का आरोप पत्र पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश किया।

जेम्स एवं दो अन्य दलालों -गुईडो रॉल्फ हास्के और कार्लो गेरोसा- के नाम ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा की गई एक अलग जांच में आरोपी के रूप में शामिल गया है।

जब जेम्स के खिलाफ शहर की एक अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया तो दोनों जांच एजेंसियों ने उसके खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कराया था।

इटली की एक अदालत ने खुलासा किया है कि लंदन का निवासी भारत में अगस्तावेस्टलैंड के एडब्ल्यूए101 हेलीकॉप्टर सौदे के लिए सलाहकार के रूप में काम करता था। जांचकर्ताओं का कहना है कि जेम्स अभी दुबई में रह रहा है और वहीं वह अपनी कंपनियां चला रहा है।

ईडी के अधिकारी ने कहा कि इस मामले में एजेंसी द्वारा दायर किया गया यह दूसरा आरोप पत्र है।

पहला आरोप पत्र वर्ष 2014 के नवंबर में दायर किया गया था। उसमें व्यवसायी गौतम खेतान, उनकी पत्नी रीतू, चंडीगढ़ स्थित व्यावसायिक कंपनी एरोमैट्रिक्स और इटली के दो दलाल गोरेसा और हस्के शामिल थे।

इस मामले में कथित रूप से 360 करोड़ रुपये दलाली दी गई थी। ईडी ने इस मामले की जांच के क्रम में वर्ष 2014 के जुलाई में खेतान के अलावा वायुसेना के पूर्व अध्यक्ष एस.पी. त्यागी और 19 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर रखा है।

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