अखिलेश पर माया का करारा वार, कहा- दिखावा करते हैं सीएम, सच तो कुछ और ही है!

अखिलेशलखनऊ। बसपा पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सपा सरकार के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव आने वाल विधानसभा चुनावों के लिए खरी-खरी सुनाई। उन्‍होंने कहा चुनावी स्वार्थ और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने वह विभिन्न योजनाओं की घोषणा और शिलान्यास कर रहे हैं। कानपुर मेट्रो का शिलान्यास भी आधी-अधूरी तैयारियों के साथ हुआ है।

सीएम को सुनाई खरी-खरी

मायावती ने लखनऊ में बयान जारी कर कहा कि मेट्रो के निर्माण के मामले में सपा सरकार अपना माखौल खुद उड़ा रही है। बीते साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में ज्यादातर योजनाओं का केवल शिलान्यास हुआ है व पत्थर ही लगवाए गए हैं। यही कारण हैं कि कानपुर मेट्रो के शिलान्यास के समय कार्यक्रम में ज्यादातर कुर्सियां खाली रहीं।

बसपा ने की थी लखनऊ मेट्रो की तैयारी- उन्होंने दावा किया कि लखनऊ मेट्रो की सारी बुनियादी तैयारी बसपा के शासनकाल में ही हो गई थी लेकिन शिलान्यास पर सपा ने अपना पत्थर लगवा दिया। यूपी को मेट्रो की सौगात बसपा के शासनकाल में ही नोएडा में इसको चालू करके मिल गई थी। लखनऊ में नए मुख्यमंत्री कार्यालय का उद्घाटन भी इसी जल्दबाजी में किया गया।

बसपा उद्घाटन करने में रखती है यकीन-मायावती ने कहा कि बसपा ज्यादातर मामलों में शिलान्यास व घोषणाओं के बजाय जनहित की योजनाओं को अमली जामा पहना कर उनका उद्घाटन करने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि सपा ने पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान जो सैकड़ों छोटी-बड़ी घोषणाएं की हैं उनको लागू करने का हिसाब जनता को चुनाव से पहले दे।

उन्होंने सपा सरकार द्वारा प्रदेश के चीनी मिल मालिकों का 680 करोड़ रुपये का ब्याज माफ करने के फैसले की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि ठीक चुनाव से पहले चीनी मिल मालिकों पर मेहरबानी दाल में काफी कुछ काला साबित करती है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का बकाया अदा करवाने के बजाय मिल मालिकों के पक्ष में खड़े होना किसानों के साथ विश्वासघात है।

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