अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : दोनों हाथ गंवाने के बाद भी नहीं मानी हार, यह है सपना

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने आम नारी से नारायणी बनने तक की यात्रा कर प्रत्येक मोर्चे पर मजबूती से खड़ी महिला शक्ति को सलाम किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं को शुभकामनाएं दीं।

राष्ट्रपति ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। हमारे देश की महिलाएं अनेक क्षेत्रों में उपलब्धियों के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हमारी अदम्य नारी शक्ति को सलाम! देश के हर एक क्षेत्र में महिलाओं ने बुलंदियों को छुआ है। भारत को उनकी उपलब्धियों पर गर्व है। कई क्षेत्रों में महिला सशक्तीकरण को आगे बढ़ाने के लिए काम करने का मौका मिलना हमारी सरकार के लिए गर्व की बात है।”

इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर लिखा कि, “प्रदेश की नारी शक्ति की सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन एवं सर्वांगीण उन्नयन के लिए यूपी सरकार प्रतिबद्ध है। उसी क्रम में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ‘मिशन शक्ति’ के द्वितीय चरण का शुभारंभ हो रहा है। आइए, हम सभी ‘मिशन शक्ति’ के उद्देश्यों की सफलता हेतु सहभागी बनें।”

आज हम आपको उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की प्रगति के बारे में बताने जा रहे हैं। मुरादाबाद की प्रगति पूरे देश के सामने एक मिशाल पेश कर रही हैं। उन्होंने वर्ष 2010 में हाईटेंशन तारों की चपेट में आने के बाद अपने दोनों हाथों को गंवा दिए थे। हालांकि उसके बाद भी वह आज तक न सिर्फ आम लोगों की तरह अपने सारे काम खुद कर रही हैं बल्कि जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाती भी हैं। प्रगति ने कहा कि किसी भी महिला को कभी खुद को किसी से कम नहीं समझना चाहिए। उन्होंने बताया कि वह अपना सारा काम खुद करती हैं। ट्यूशन पढ़ाती हैं और अपना सारा खर्च खुद उठाती हैं। वह एक शिक्षिका बनना चाहती हैं।

LIVE TV